06 September 2010


दिल बहला लो, हंस लो मुस्कुरा लो जिंदगी है, बस दिन चार दिल ना लगाना इस दुनिया में वरना चार दिन गुज़ारना हो जायेगा मुश्किल.

हर दिन होगा युगों सा

हर पल सालों सा बीतेगा

हासिल होता नहीं कुछ भी दर्द-ए-दिल के सिवा अंजामे-दिल तो सबको पता ही है. ...

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